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नमस्कार, हिंदी सरकारभर्स में अप का स्वागत हे। ये विकी प्रभात रंजन सरकार तथा उनके बिशाल कर्मकांड पे निबेदित हे । ये विकी इन्के स्वयंसेवकों के सहयोगात्मक प्रयास से निर्मित हे । आप एक संपादक के रूप में इस विकि में शामिल होना चाहते हैं, तो कृपया admin@sarkarverse.org को एक ईमेल भेज । | |||
<div style="background:pink; text-align:center; padding:1px; border-bottom:1px #B8C7D9 solid;"><h3 style="margin:.5em; margin-top:.1em; border-bottom:0; font-weight:bold;">निर्वाचित लेख</h3></div><br/> | |||
[[File:PRSarkar GentlemanPhoto 2.jpg|right|100px]]आधुनिक लेखक, दार्शनिक, वैज्ञानिक, सामाजिक विचारक और आध्यात्मिक नेता '''[[प्रभात रंजन सरकार]]''' ऊर्फ आंनदमूर्ति का 'आनंद मार्ग' दुनिया के 130 देशों में फैला हुआ है। उनकी किताबें दुनिया की सभी प्रमुख भाषाओं में अनुवादित हो चुकी है। परमाणु विज्ञान पर उनके चिंतन के कारण उन्हें माइक्रोवाइटा मनीषी भी कहा जाता है। | |||
उन्होंने विज्ञान, साम्यवाद और पूँजीवाद के समन्वय के विकल्प पर बहुत विचार किया है। वे खुद प्रगतिशिल थे, लेकिन आनंद मार्गियों अनुसार पश्चिम बंगाल में उनके आंदोलन को कुचलने के लिए वामपंथियों ने आनंद मार्गियों को कई तरह से प्रताड़ित किया जो सिलसिला आज तक जारी है। ओशो के बाद आनंदमूर्ति सर्वाधिक विवादित पुरुष माने जाते हैं। | |||
== | आनंदमूर्ति का जन्म 1921 और मृत्यु 1990 में हुई थी। मुंगेर जिले के जमालपुर में एशिया का सबसे पुराना रेल कारखाना है। वे रेलवे के एक कर्मचारी थे। यह जमालपुरा आनंद मार्गियों के लिए मक्का के समान है। यहीं पर सन् 1955 में आनंद मार्ग की स्थापना हुई थी। | ||
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<div style="background:#FFBD91; text-align:center; padding:1px; border-bottom:1px #B8C7D9 solid;"><h3 style="margin:.5em; margin-top:.1em; border-bottom:0; font-weight:bold;">निर्वाचित चित्र</h3></div> | |||
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<div style="background:lightblue; text-align:center; padding:1px; border-bottom:1px #B8C7D9 solid;"><h3 style="margin:.5em; margin-top:.1em; border-bottom:0; font-weight:bold;">क्या आप जानते हैं?</h3></div> | |||
* '''''[[बाबा नाम केवलम]]''''' आनंदमार्ग संगठन का मूलमंत्र हैं? | |||
* '''''[[जीवन-वेद]]''''' पुस्तक को आनंदमार्ग के सबसे उल्लेखनीय किताबों में से एक मन जाता हैं? | |||
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<div style="background:lightgreen; text-align:center; padding:1px; border-bottom:1px #B8C7D9 solid;"><h3 style="margin:.5em; margin-top:.1em; border-bottom:0; font-weight:bold;">साथ रहिये</h3></div><br/> | |||
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०९:१९, ११ फ़रवरी २०२३ का अवतरण
स्वागतम्
नमस्कार, हिंदी सरकारभर्स में अप का स्वागत हे। ये विकी प्रभात रंजन सरकार तथा उनके बिशाल कर्मकांड पे निबेदित हे । ये विकी इन्के स्वयंसेवकों के सहयोगात्मक प्रयास से निर्मित हे । आप एक संपादक के रूप में इस विकि में शामिल होना चाहते हैं, तो कृपया admin@sarkarverse.org को एक ईमेल भेज ।
निर्वाचित लेख
आधुनिक लेखक, दार्शनिक, वैज्ञानिक, सामाजिक विचारक और आध्यात्मिक नेता प्रभात रंजन सरकार ऊर्फ आंनदमूर्ति का 'आनंद मार्ग' दुनिया के 130 देशों में फैला हुआ है। उनकी किताबें दुनिया की सभी प्रमुख भाषाओं में अनुवादित हो चुकी है। परमाणु विज्ञान पर उनके चिंतन के कारण उन्हें माइक्रोवाइटा मनीषी भी कहा जाता है।
उन्होंने विज्ञान, साम्यवाद और पूँजीवाद के समन्वय के विकल्प पर बहुत विचार किया है। वे खुद प्रगतिशिल थे, लेकिन आनंद मार्गियों अनुसार पश्चिम बंगाल में उनके आंदोलन को कुचलने के लिए वामपंथियों ने आनंद मार्गियों को कई तरह से प्रताड़ित किया जो सिलसिला आज तक जारी है। ओशो के बाद आनंदमूर्ति सर्वाधिक विवादित पुरुष माने जाते हैं।
आनंदमूर्ति का जन्म 1921 और मृत्यु 1990 में हुई थी। मुंगेर जिले के जमालपुर में एशिया का सबसे पुराना रेल कारखाना है। वे रेलवे के एक कर्मचारी थे। यह जमालपुरा आनंद मार्गियों के लिए मक्का के समान है। यहीं पर सन् 1955 में आनंद मार्ग की स्थापना हुई थी।
निर्वाचित चित्र
क्या आप जानते हैं?
- बाबा नाम केवलम आनंदमार्ग संगठन का मूलमंत्र हैं?
- जीवन-वेद पुस्तक को आनंदमार्ग के सबसे उल्लेखनीय किताबों में से एक मन जाता हैं?
साथ रहिये